केंद्र सरकार देश के युवा नागरिकों को शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करने के लिए कई योजनाएं और परियोजनाएं चला रही है। हाल ही में, बिहार राज्य सरकार ने बिहार सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना शुरू करके इस दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया है, जो सिविल सेवा उत्तीर्ण करने वाले राज्य के छात्रों को प्रोत्साहन राशि प्रदान करेगी। बिहार सरकार का अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग इस योजना के सुचारू संचालन की निगरानी करेगा. आप इस लेख को पढ़कर इस योजना के लिए पंजीकरण प्रक्रिया के बारे में जान सकते हैं। इसके अलावा आपको इस योजना के लिए आपकी पात्रता के बारे में भी बताया जाएगा। तो, कृपया हमें बताएं कि इस योजना के लिए आवेदन कैसे करें और इसका लाभ कैसे उठाएं।
संघ लोक सेवा आयोग, नई दिल्ली द्वारा प्रशासित सिविल सेवा परीक्षा, 2021 उत्तीर्ण करने वाले छात्र इस योजना के लिए पात्र होंगे। यह राशि अधिसूचित अत्यंत पिछड़ा वर्ग के स्थायी निवासी अभ्यर्थियों को दी जायेगी. प्रोत्साहन की कुल राशि 100,000 रुपये होगी। इस योजना का लाभ पाने के लिए लाभार्थियों को इसके लिए आवेदन करना होगा। इस योजना का लाभ केवल एक बार ही लिया जा सकता है।
यह योजना राज्य के नागरिकों को सिविल सेवा परीक्षा उत्तीर्ण करने के लिए प्रोत्साहित करेगी। इस योजना का लाभ सामान्य और पिछड़े वर्ग की बेटियों के साथ–साथ अल्पसंख्यक समुदाय के छात्रों को भी मिलेगा। 2021 में इस योजना के तहत 22 महिला उम्मीदवारों को लाभ प्रदान किया गया। यह योजना राज्य सिविल सेवा के लिए प्रारंभिक शिक्षा सफलतापूर्वक पूरी करने वाली महिला उम्मीदवारों को 50,000 रुपये का वजीफा प्रदान करती है। इस योजना के तहत लाभार्थी के खाते में एकमुश्त पैसा ट्रांसफर किया जाता है।
बिहार सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी के द्वारा सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना की शुरुआत की गई है। इस योजना के माध्यम से बिहार सरकार राज्य में सिविल सेवा एग्जाम को उत्तीर्ण करने वाले छात्रों को प्रोत्साहन राशि प्रदान करेंगी। बिहार सरकार प्रोत्साहन राशि के रूप में छात्रों को सिविल सेवा एग्जाम पास करने के लिये 50 हजार रुपये प्रदान करेगी। संघ लोक सेवा आयोग के द्वारा आयोजित की गई सिविल सेवा एग्जाम 2021 में उत्तीर्ण करने वाले छात्रों को प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी। यह प्रोत्साहन राशि बिहार राज्य के अनु सूचित जाति अनु सूचित जनजाति ओर पिछड़े वर्ग के लोगों के लिए है। इस योजना के अंतर्गत प्राप्त हुए धनराशि को देख छात्र सिविल सेवा एग्जाम के लिए और भी ज्यादा Motivate होंगे। सरकार ने 2021 में इस योजना के अंतर्गत 22 महिला को लाभ प्रदान किया था।
Details of Civil Seva Protsahan Yojana
योजना का नाम | Civil Seva Protsahan Yojana |
किसके द्वारा शुरू की गई | बिहार सरकार द्वारा |
किसके द्वारा पेश किए गई | बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी के द्वारा |
लाभार्थी | राज्य के छात्र जिसने सिविल सेवा परीक्षा 2021 को उत्तीर्ण किया हो |
उद्देश्य | छात्रों को सिविल सेवा एग्जाम के लिए motivate करना |
राज्य | बिहार |
साल | 2023 |
आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन ऑफलाइन |
आधिकारिक वेबसाइट | fts.bih.nic.in |
बिहार सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना का उद्देश्य
बिहार राज्य सरकार के सामान्य जनजाति और जनजातीय कल्याण विभाग ने राज्य के सामान्य जनजाति और अत्यंत प्रारंभिक वर्ग के छात्रों को सिविल सेवा परीक्षा उत्तीर्ण करने में सहायता करने के लक्ष्य के साथ बिहार सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना शुरू की। करने के लिए। इस योजना के अंतर्गत राज्य सिविल सेवा परीक्षा के अभ्यर्थियों को प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाती है। राज्य सरकार इस योजना के माध्यम से मेधावी क्रीकलैंड जनजाति के छात्रों को आगामी परीक्षाओं की तैयारी में वित्तीय सहायता के लिए प्रोत्साहन राशि प्रदान करती है। इस योजना का सुचारू संचालन राज्य के छात्रों को सिविल सेवा परीक्षा में बैठने के लिए प्रेरित करता है, साथ ही छात्रों को सिविल सेवक बनने के लिए भी प्रोत्साहित करता है।
सरकार द्वारा शुरू की गई सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना का उद्देश्य लोगों को शिक्षा की ओर खींचना है। सरकार इस योजना के माध्यम से सिविल सेवा में उत्तीर्ण होने वाले छात्रों को प्रोत्साहन राशि प्रदान करेगी। इस योजना का मुख्य ऐम बिहार से अधिक से अधिक छात्रों को सिविल सेवा परीक्षा clear करवाना है। सरकार बिहार राज्य के प्रत्येक छात्र एवं छात्रा को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाना चाहती है। जिसके लिए बिहार सरकार ने इस योजना का शुभारंभ किया है। यदि आप इस योजना के लिए आवेदन करना चाहते हैं तो आपको आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना होगा।
बिहार सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना लाभ एवं विशेषता
- बिहार सरकार द्वारा सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना को शुरू किया गया है।
- इस योजना का लाभ वह छात्र प्राप्त कर पाएंगे जो Union Public Service Commission, New Delhi द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा, 2021 में उत्तीर्ण किए है
- सरकार द्वारा प्रदान की जाने वाली प्रोत्साहन राशि अधिसूचित अत्यंत पिछड़े वर्ग स्थाई निवासी छात्रों को प्रदान की जाएगी।
- राज्य सरकार द्वारा प्रदान की जाने वाली धनराशि कुल 1 लाख की होगी।
- लाभ प्राप्त करने के लिए लाभ्यर्थीयो को आवेदन करना होगा।
- लाभ्यर्थी इस योजना का लाभ सिर्फ एक बार ही प्राप्त कर सकता है।
- बिहार सरकार की इस योजना का मुख्य उद्देश्य Civil Services Passed करने के लिए छात्रों को प्रेरित करना है।
- सामान्य एवं पिछड़े वर्ग की बेटियों एवं अल्पसंख्यक समाज के विद्यार्थियों भी इसका लाभ प्राप्त करने के लिए योग्य है।
पात्रता
- जो भी छात्र इस योजना के लिए आवेदन कर रहा है वह बिहार का स्थायी निवासी होना चाहिए।
- लाभार्थी इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए सिविल सेवा परीक्षा 2021 का उत्तीर्ण होना चाहिए।
- लाभार्थी केवल एक ही बार इस योजना का लाभ प्राप्त कर सकता है।
- छात्र बिहार के पिछड़े वर्ग का होना चाहिए।
महत्वपूर्ण दस्तावेज
- आधार कार्ड
- जाति प्रमाण पत्र
- मोबाइल नंबर
- बैंक खाता विवरण
- ईमेल आईडी
- निवास प्रमाण पत्र
- परीक्षा उत्तीर्ण करने का प्रमाण
- आय प्रमाण पत्र
- पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ
सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत आवेदन करने की प्रक्रिया?
- सर्वप्रथम आपको Civil Seva Protsahan Yojana की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
- अब आपके सामने home page खुलकर आएगा।
- होम पेज पर आपको new registration के विकल्प पर click करना होगा।
- अब आपकी screen पर एक नया पेज खोल Applicant name, Gender ,Marital status, Father name, Date of birth, Category, Caste, Email ID, Mobile number, Password जानकारी दर्ज कर submit के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
- इसके पश्चात आपको registered user click here to login के विकल्प पर click कर screen पर login फॉर्म खोलकर आएगा।
- इस फॉर्म में आपको अपनी user id, password तथा captcha दर्ज करना होगा।
- अब आपको suit के विकल्प पर click कर screen पर पंजीकरण फॉर्म खुलकर आएगा।
- आपको पंजीकरण फॉर्म में पूछे गए सभी महत्वपूर्ण जानकारी दर्ज कर महत्वपूर्ण दस्तावेजों को upload करना होगा।
- इसके पश्चात आपको submit के विकल्प पर click करना होगा।
- इस प्रकार आप इस योजना के अंतर्गत आवेदन कर सकेंगे।