Mission Indradhanush 2024 मिशन इंद्रधनुष का कार्यान्वयन एवं कार्यक्रम

सरकार अपनी जनता को किसी भी परेशानी में नहीं देखना चाहती है इसीलिए सरकार नई – नई योजनाएँ बनाकर जनता को लाभ देती रहती है। और अब सरकार ने छोटे बच्चो के स्वास्थ्य और उनकी सुरक्षा के लिए एक मिशन शुरू किया है। जिसको मिशन इंद्रधनुष नाम दिया गया है। इंद्रधनुष के सात रंगो के सामान मिशन इंद्रधनुष के अंतर्गत बच्चो के अंदर होने वाली सात बीमारियों को रोकने के लिए उनका टीकाकरण किया जायेगा। जिन बच्चो के टीके नहीं लगते है और जिनको होने वाली सात प्रकार की बीमारी से रोकने के लिए सही से उनके टीके नहीं लगे है। यदि आप भी इस मिशन की जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो आप हमारे इस आर्टिकल को विस्तारपूर्वक पूरा पढ़िए। इसमें आपको Mission Indradhanush का कार्यान्वयन एवं कार्यक्रम और इसके लाभ ,विशेषताएं आदि की की पूरी जानकारी उपलब्ध है।

Mission Indradhanush

25 दिसंबर 2014 को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा द्वारा सुशासन दिवस के अवसर पर भारत के फ्रीडम फाइटर स्वर्गीय श्री मदन मोहन मालवीय जी की जन्म तिथि तथा भूतपूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी बाजपेयी जी के जनम दिवस पर मिशन इंद्रधनुष को शुरू किया गया है। यह इंद्रधनुष के सात रंगो को प्रदर्शित करता है। इंद्रधनुष के सात रंगो का मतलब उन सात बीमारियों से है जो बच्चो में होने का खतरा बना रहता है। यह मिशन भारत सरकार का एक स्वास्थ्य मिशन है। इस मिशन के अंतर्गत आर्थिक , सामाजिक और भौगोलिक क्षेत्र के सभी बच्चो और गर्भवती महिलाओ को गंभीर जानलेवा बीमारियों से बचाने के लिए उनका टीकाकरण किया जा रहा है। वर्ष 2009 से 2013 तक टीकाकरण केवल 61 % से 65 % तक बढ़ा था। इस प्रकार टीकरण में प्रतिवर्ष केवल 1 % की दर से वृद्धि हुई थी।

सरकार द्वारा टीकाकरण की प्रिक्रिया को 2015 से लेकर 2020 तक चलाये रखने का प्रयास किया जा रहा है। क्योकि कुछ ऐसी खतरनाक बीमारिया जो बच्चो की मौत का कारण बनी हुई है जिनको टीकाकरण के द्वारा ही कवर किया जा सकता है। राष्ट्रीय स्तर पर मिशन इंद्रधनुष के अंतर्गत बाल विकास में बीमारियों की रोकथाम करने के लिए सात बीमारियों को शामिल किया गया है।

टीकाकरण के अंतर्गत सात बीमारियों के नाम

मिशन इंद्रधनुष के सात रंगो के माध्यम से बच्चो में होने वाली सात खतरनाक बीमारियां जिनको टीकाकरण के द्वारा ही रोका जा सकता है इन सात बीमारियों के नाम कुछ इस प्रकार है।

  • हेपेटाइटस बी
  • काली खांसी
  • खसरा
  • पोलियो
  • डिप्थीरिया
  • तपेदिक
  • यक्ष्मा

केंद्र सरकार द्वारा इन 7 गंभीर बीमारियों पर टीकाकरण प्रदान किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के पहले भाग में लगभग 201 जिलों को शामिल किया गया है। जिनमे 82 जिले उत्तर प्रदेश , राजस्थान , बिहार और मध्यप्रदेश राज्य के लगभग 50 % अशिक्षित बच्चे चुने गए है। और मिशन इंद्रधनुष के तहत वर्ष 2017 तक चार चरणों का संचालन किया गया है। जिसमे लगभग 2.53 करोड़ बच्चे और 68 लाख गर्भवती महिलाओ को टीकाकरण प्रदान किया गया है। इन चार चरणों की जानकारी आपको इस आर्टिकल में नीचे दी गई है।

Highlights of Mission Indradhanush

मिशन का नाममिशन इंद्रधनुष
शुरू की गईभारत सरकार के स्वास्थ्य मिशन द्वारा
मिशन आरम्भ तिथि25 दिसम्बर 2014
मिशन शुरू कियाजेपी नड्डा ने
कार्यक्रम के भागचार भाग
टीकाकरण कार्यक्रम के अंतर्गत बीमारिया7 बीमारिया
उद्देश्यछोटे बच्चो और गर्भवती महिलाओ को टीकाकरण प्रदान करना
लाभार्थीदेश के मिलियन छोटे बच्चे और गर्भवती महिलाये
ऑफिसियल वेबसाइटpib.gov.in

About Mission Indradhanush

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडावर जी द्वारा 7 फ़रवरी 2022 को मिशन इंद्रधनुष 4.0 लॉन्च किया गया है। जिसके द्वारा लगभग 2.5 करोड़ बच्चे और 3 करोड़ गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण करके उनकी स्वास्थ्य सम्बन्धी परेशानोयो को दूर किया जा रहा है। मिशन इंद्रधनुष के अंतर्गत 33 राज्य और 416 केंद्र शासित प्रदेशो को जिलों को चिन्हित करके इस मिशन को तीन दौर में जमीनी स्तर पर लागू किया जायेगा। और इसके साथ – साथ उन 75 जिलों को भी शामिल किया जायेगा जो आज़ादी के अमृत महोत्सव के लिए चिन्हित किये गए थे।

मिशन इंद्रधनुष का उद्देश्य

भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा मिशन इंद्रधनुष को शुरू किया गया है। इसको शुरू करने का मुख उद्देश्य 2 साल तक के बच्चो को और गर्भवती महिलाओ को टीकाकरण प्रदान करना है। हमारे देश में बहुत बच्चे ऐसे है जो अपनी आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण टीकरण कराने में असमर्थ रहते है और गंभीर बीमारी का शिकार हो जाते है। Mission Indradhanush के माध्यम से उन सात बीमारियों को शामिल किया गया है जो बच्चो में पैदा होने का खतरा बनी रहती है। इस मिशन के अंतर्गत उन सभी बच्चो को शामिल किया गया है जिनका टीकाकरण नहीं हुआ है। उन सभी बच्चो को मिशन इंद्रधनुष के माध्यम से स्वस्थ जीवन के लिए मुफ्त में टीकाकरण प्रदान किया जायेगा। इससे हमारा देश सशक्त एवं आत्मनिर्भर बनेगा।

मिशन इंद्रधनुष के चार चरण

भारत सरकार द्वारा इस मिशन के कार्यान्वयन के लिए चार चरणों को शुरू किया गया है। इनके माध्यम से केंद्रित और व्यवस्थित टीकाकरण अभियान के चिप अभियान मोड के कार्य द्वारा उन सभी बच्चो को टीकाकरण प्रदान किया जायेगा जो टीकाकरण से छूट गए है। और इसके साथ – साथ गर्भवती महिलाओ को भी टेटनेस का टीकाकरण प्रदान किया जायेगा। तथा गंभीर हालत में ORS के पैकेट और ज़िंक की गोलिया भी प्रदान की जाएँगी। आइये अब मिशन इंद्रधनुष के चार चरण के बारे में जानते है।

प्रथम चरण

Mission Insdradhanush कार्यान्वयन टीकाकरण कार्यक्रम के पहले चरण में 28 राज्यों के लगभग 201 जिलों के ऐसे बच्चो को शामिल किया गया है जो आंशिक रूप से इम्मुनाइज़्ड और अननिममुनाइज़्ड है। मिशन इंद्रधनुष के पहले चरण की शुरुआत 7 अप्रैल 2015 को की गई है और यह एक सप्ताह से अधिक चली। इस चरण को चार भागो में बाटा गया है चारो भागो का कार्यक्रम एक -एक सप्ताह से अधिक समय तक चला है।

  • पहला भाग – 7 अप्रैल से
  • दूसरा भाग – 7 मई से
  • तीसरा भाग – 7 जून से
  • चौथा भाग  – 7 जुलाई से

इस प्रकार पहले चरण का प्रत्येक भाग अप्रैल , मई , जून ,जुलाई की 7 तारिख से शुरू हुआ और हर महीने एक सप्ताह से अधिक चला है

द्वितीय चरण

भारत सरकार द्वारा Mission Indradhanush के दुसरे चरण में लगभग 352 जिलों को शामिल किया गया है। जिनमे से 279 माध्यम फोकस जिले है। और बचे हुए 73 ( 352 – 279 ) जिले प्रथम चरण के हाई फोकस जिले है। मिशन इंद्रधनुष के दुसरे चरण की शुरुआत 7 अक्टूबर 2015 को हुई और दुसरे चरण को भी चार भागो में बाटा गया है। मिशन इंद्रधनुष के अंतर्गत दुसरे चरण के चार भाग की शुरुआत इस प्रकार है।

  • पहला भाग – 7 अक्टूबर से शुरू हुआ
  • दूसरा भाग – 7 नवम्बर से शुरू हुआ
  • तीसरा भाग – 7 दिसंबर से शुरू हुआ
  • चौथा भाग – 7 जनवरी से शुरू हुआ

तृतीय चरण

मिशन इंद्रधनुष के पहले और दुसरे चरण की सफलता के बाद स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा तीसरे चरण की शुरुआत 7 अप्रैल 2016 को हुई है। तीसरे चरण के चलते हुए बिहार , महाराष्ट्र , उत्तर प्रदेश , अरुणांचल प्रदेश , पश्चिम बंगाल और असम सहित देश के कई राज्यों के 216 जिलों को शामिल किया गया है। तथा पहले और दुसरे चरण के अंतर्गत 39 लाख ऐसे बच्चे है जिनका आंशिक रूप से टीकाकरण नहीं हुआ है या टीका लगने के लिए छोड़े गए है उनका पूर्ण टीकाकरण तीसरे चरण में किया जायेगा।

चतुर्थ चरण

मिशन इंद्रधनुष के चौथे चरण में असम , मेघालय , नागालैंड , सिक्किम , अरुणाचल प्रदेश ,त्रिपुरा और मिजोरम राज्यों को शामिल किया गया है। इस चरण की शुरुआत 7 फ़रवरी 2017 को हुई है। और इसके साथ – साथ मिशन इंद्रधनुष अप्रैल 2017 के दौरान पूरे देश के बचे हुए हिस्सों में रोल आउट किया गया।

मिशन इंद्रधनुष के अंतर्गत चार चरणो में 253 करोड़ बच्चो और 68 लाख गर्भवती महिलाओ को सुरक्षित जीवन के लिए टीकाकरण प्रदान किये गए है।

Mission Indradhanush के अंतर्गत टीकाकरण अभियान के लिए चयनित क्षेत्र

पोलियो उन्मूलन कार्यक्रम के द्वारा पहचाने गए जोखिम क्षेत्र

  • खाना बदोश
  • ईट भट्टा|
  • खानाबदोश|
  • निर्माण स्थल|
  • प्रवास के साथ शहरी मलिन बस्तियां|
  • जंगल और आदिवासी आबादी के लोग|
  • छूटे हुए नियमित टीकाकरण वाले क्षेत्र|
  • छोटे गांव बस्तियों और RI सत्रों के क्षेत्र
  • खाली उप केंद्र वाले क्षेत्र|
  • कम नियमित टीकाकरण कवरेज वाले क्षेत्र
  • प्रवासी जैसे मछुआरे नदी के किनारे रहने वाले आबादी वाले क्षेत्र|

Benefits and Features

  • मिशन इंद्रधनुष की शुरुआत 25 दिसंबर 2014 को स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा की गई है।
  • मिशन इंद्रधनुष के अंतर्गत दो साल तक के छोटे बच्चे और गर्भवती महिलाओ को टीकाकरण प्रदान करना है।
  • भारत सरकार द्वारा टीकाकरण की प्रिक्रिया को वर्ष 2020 तक बनाये रखने का प्रयास किया गया है।
  • टीकारण कार्यक्रम के द्वारा भारत में आर्थिक , सामाजिक और भौगोलिक क्षेत्र के बच्चों को टीकाकरण सुनिश्चित किया जायेगा।
  • Mission Indradhanush के माध्यम से टीकाकरण कार्यक्रम के अंतर्गत 7 बीमारियों को कवर किया गया है।
  • इस कार्यक्रम को चार चरणों में आरम्भ किया गया है।
  • इस मिशन के पहले चरण में 201 जिलों को शामिल किया गया है। और इसको चार भागो में बता गया है।
  • इस मिशन के दुसरे चरण में 352 जिलों को शामिल किया गया है और दूसरे चरण को भी चार भागो में वितरित किया गया है।
  • मिशन इंद्रधनुष के तीसरे चरण में 216 जिलों को मुफ्त टीकाकरण प्रदान किया गया है।
  • इसके अंतर्गत पहले , दुसरे और तीसरे चरण के बाद बचे हुए जिलों को चौथे चरण में शामिल करके उनका टीकाकरण किया गया।
  • इस मिशन के माध्यम छोटे बच्चो और गर्भवती महिलाओ को मुफ्त में टीकारण प्रदान किया गया है।

मिशन इंद्रधनुष पोर्टल लॉगिन करने की प्रक्रिया

  • सबसे पहले आपको मिशन इंद्रधनुष के मिशन पोर्टल की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाकर क्लिक करना होगा।
  • ऑफिशियल वेबसाइट पर क्लिक करते ही आपके सामने एक होम पेज खुलकर आ जायेगा।
  • होम पेज पर आपको लॉगिन का विकल्प दिखाई देगा।

Mission Indradhanush

  • इसमें आपको मोबाइल नंबर , पासवर्ड और कैप्चा कॉड दर्ज करना होगा।
  • अब आपको लॉगिन के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
  • इस प्रकार आपकी लॉगिन प्रिक्रिया पूरी हो जाएगी।

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