National Education Policy 2024 नई शिक्षा नीति क्या है? आइये विस्तार से जानते है इसके बारे में।

आज के समय में National Education Policy में बहुत परिवर्तन किये जा रहे है। यह परिवर्तन इसरो प्रमुख डॉक्टर के कस्तूरी रंगन की अध्यक्षता में हो रहे है और मानव संसाधन प्रबंधन मंत्रालय में भी नेशनल एजुकेशन पॉलिसी में परिवर्तन किये गए है आज हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से बताएंगे की नेशनल एजुकेशन पॉलिसी क्या है , नेशनल एजुकेशन में हुए परिवर्तन और इसके उद्देश्य , अन्य घटको की पूरी जानकारी उपलब्ध कर रहे है आप हमारे इस पोस्ट को ध्यानपूर्वक पूरा पढ़िए अगर आप भी नेशनल एजुकेशन पॉलिसी से सम्बंधित पूरी जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो आपको इस पोस्ट में नेशनल एजुकेशन पॉलिसी की पूरी जानकारी प्राप्त हो जाएगी।

नेशनल एजुकेशन पॉलिसी

नेशनल एजुकेशन पॉलिसी को “नई शिक्षा नीति” के नाम से भी जाना जाता है। नई शिक्षा नीति को वर्ष 1986 में बनाया गया था। अब भारत सरकार द्वारा एनईपी की शुरुआत की गई है इसके शुरू होने से सरकार द्वारा नई शिक्षा नीति में बहुत नए – नए परिवर्तन कर दिए गए है NEP में परिवर्तन करने के लिए एक नीति तैयार की जाती है।इस नीति के अंतर्गत National Education Policy के माध्यम से सभी स्कूलों और कॉलेजों में शिक्षा में परिवर्तन किये गए है। इसीलिए मानव संसाधन प्रबंधन मंत्रालय को शिक्षा मंत्रालय के नाम से भी जाना जा सकता है।

NEP के माध्यम से सरकार का लक्ष्य देश के सभी छात्र – छात्राओं को वैश्विक ज्ञान महाशक्ति बनाना है। पिछले समय में शिक्षा के लिए 10+2 का लॉक मुख्य माना जाता था , लेकिन अब सरकार द्वारा जारी की गई नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के अंतर्गत 5+3+3+4 का पैटर्न मुख्य माना जायेगा यह पैटर्न नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2014 के आम चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के घोषणा पत्र में शामिल था और नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के अंतर्गत 2030 तक स्कूलों और कॉलेजों में 100 प्रतिशत शिक्षा का सार्वभौमीकरण किया जायेगा।

National Education Policy

Highlights of National Education Policy

स्कीमनेशनल एजुकेशन पॉलिसी(NEP)
शुरू कीभारत सरकार
वर्ष2024
लाभार्थीभारत के सदस्य
उद्देश्यभारतीय नागरिको को बनाना और उनका सार्वभौमीकरण करना है।
उपलब्ध है या नहींYes
अधिकारिक वेबसाइटwww.education.gov.in

नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के अंतर्गत हुआ सार्थक योजना का आरम्भ

भारत के सभी छात्र – छात्राओं के शिक्षा स्तर में सुधार लाने के लिए भारत सरकार द्वारा तरह – तरह के प्रयास किये जाते है और अब शिक्षा स्तर को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा नेशनल एजुकेशन पॉलिसी का शुभ आरम्भ किया गया है। National Education Policy के कार्य को सफलतापूर्वक करने के लिए शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक के द्वारा गुड़वत्तापूर्ण शिक्षा के माध्यम से छात्र – छात्रों के लिए सार्थक योजना की शुरुआत की जा रही है। सार्थक योजना के अंतर्गत नेशनल एजुकेशन पॉलिसी में लगभग 297 कार्यो को शामिल किया जायेगा और इसके तहत 304 परिणाम भी निर्धारित किये गए है सार्थक योजना को भी राज्य केंद्र , केंद्र शासित आदि के सुझाव के लिए तैयार किया जायेगा। इस सम्बन्ध में शिक्षा मंत्रालय के द्वारा हित धारको से मांगे गए सुझाव लगभग 7177 सुझाव प्राप्त हुए है।

NCC Course Will be Included In The Course of Universities and Colleges

जैसा की अभी आपने ऊपर पढ़ा होगा की अब नई शिक्षा नीति शुरू कर दी गई है नई शिक्षा नीति के माध्यम से विश्वविद्यालय और कॉलेजों में परिवर्तन किये जा रहे है। शिक्षा में परिवर्तन के लिए नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के अंतर्गत NCC को भी शामिल करने का प्रावधान किया गया है। NCC प्राप्त करके देश के विद्यार्थी नियमो का पालन करेंगे और देशभक्त बन पाएंगे , इसी बात को सोचकर UGC और NICT द्वारा युनिवेर्सिटी और कॉलेजों में NCC को एक वैकल्पिक विषय के रूप में चुना गया है। नेशनल एजुकेशन पॉलिसी में एनसीसी के लिए एक सामान्य चयन क्रेडिट पाठ्यक्रम होता है जिसकी सुचना एनसीसी निदेशालय के कमांडिड अफसर द्वारा सभी विश्वविद्यालयो में उपलब्ध कराई जाती है।

जो भी विद्यार्थी एनसीसी लेना चाहते है तो वह अपनी इच्छानुसार अपने स्कूलो , कॉलेजों , विश्वविद्यालयो में NCC प्राप्त करने के लिए Application दे सकते है। NCC प्राप्त करने वाले बच्चो को क्रेडिट – बी प्रमाण पत्र और क्रेडिट – सी प्रमाण पत्र के अलावा शैक्षणिक क्रेडिट प्रमाण पत्र भी प्रदान किया जायेगा और प्रधानमंत्री तथा मुख्यमंत्री द्वारा बनाई गई नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के अंतर्गत सुविधाओं का लाभ भी प्रदान किया जायेगा।

New National Education का उद्देश्य

आज भारत देश में बहुत बच्चे ऐसे है जो अच्छी शिक्षा प्राप्त करना चाहते है और अपने जीवन में सफलता प्राप्त करके अपना और अपने परिवार का नाम रोशन करना चाहते है। तब सरकार द्वारा सभी बच्चो के लिए नेशनल National Education Policy शुरू की गई है। नेशनल एजुकेशन पॉलिसी शुरू करने का मुख्य उद्देश्य शिक्षा स्तर को बढ़ावा देना है। इसके लिए सरकार ने नई शिक्षा नीति में बहुत परिवर्तन कर दिए है। नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के अंतर्गत भारत में प्रदान की जाने वाली शिक्षा को वैश्विक स्तर पर लाकर भारत को ज्ञान महाशक्ति बनाना है। और नई शिक्षा नीति के माध्यम से शिक्षा का सार्वभौमीकरण किया जायेगा तथा नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2020 के माध्यम से नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2024 में पुरानी शिक्षा में काफी परिवर्तन किये जा चुके है।

नई शिक्षा नीति के सिद्धांत
  • देश के प्रतियेक विद्यार्थी को उसकी पहचान और छमता के विकास से जोड़ना।
  • नेशनल पॉलिसी के अंतर्गत विद्यार्थियों को नियमो का पालन करना है।
  • विद्यार्थियों के लिए शिक्षा की भाषा को विनर्म , सुगम और लचीला बनाना है।
  • National Education Policy के अंतर्गत विद्यार्थियों को अलग – अलग देशो की भाषा सिखाई जाएगी।
  • भारतीय संस्कृति से जोड़ा जायेगा।
  • नेशनल पॉलिसी के अंतर्गत सार्थक योजना से सम्बंधित जानकारी उपलब्ध कराना है।
  • देश आज़ाद होने की ख़ुशी में पूरे 75 साल बाद अमृत महोत्सव के अंतर्गत नेशनल एजुकेशन पॉलिसी को शुरू किया जायेगा।
  • National Education Policy के अंतर्गत राज्य सरकार समय पर इसमें परिवर्तन भी कर सकती है।
मुख्य तथ्य
  • नेशनल एजुकेशन पॉलिसी को वर्ष 1986 में बनाया गया और 1992 में शुरू किया गया था।
  • इस नीति के अंतर्गत समाज में कई प्रकार के परिवर्तन किये जा चुके है।
  • राष्ट्रीय शिक्षा नीति को बने हुए 3 दशक से ज़्यादा समय व्यतीत हो चूका है।
  • शिक्षा छेत्र में 21 वी सदी की आवश्यकताओं की पूर्ती के लिए National Education Policy 2020 को शुरू किया गया है।
  • सरकार द्वारा नई शिक्षा नीति को देश की 22 भाषाओ में उपलब्ध किया गया है।
  • नेशनल एजुकेशन पॉलिसी को तैयार करने के पशचात एक पोर्टल पर जारी कर दिया गया था।
  • इस नीति के अंतर्गत सभी स्कूलो , कॉलेजों , विश्वविद्यालयो में परिवर्तन कर दिए गए है।
  • नई शिक्षा नीति में समाज सहित हितधारकों से सुझाव मांगे गए है।
  • नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के अंतर्गत केंद्र शासित , राज्य सरकार को भी सुझाव या पामार्श देने के लिए आमंत्रित किया गया था।
  • इन सभी हितधारकों के सुझाव को ध्यान में रखते हुए नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2020 शुरू कर दी गई है
 नई शिक्षा नीति के अंतर्गत आने वाले तथ्य
  • TET परीक्षा को चार हिस्सों में विभाजित किया जायेगा ( फाउंडेशन स्टेज , प्रिपेट्री स्टेज , मिडिल स्टेज , सेकेंडरी स्टेज )।
  • नई शिक्षा नीति में प्री प्राइमरी भी शामिल की जाएगी।
  • बच्चो के लिए स्कूल बैग का वज़न कम किया जायेगा।
  • होमवर्क(Homework) कम किया जायेगा।
  • IIT बहु विषयक संसथान बनाये जायेंगे।
  • नेशनल रिसर्च फाउंडेशन की स्थापना
  • बोर्ड की परीक्षा को दो भागो में आयोजित किया जायेगा।
  • B.ED होगा चार साल का
नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के चरण

नई शिक्षा नीति केअंतर्गत अब 5+3+3+4 पैटर्न को फॉलो किया जायेगा इस पैटर्न के अनुसार शिक्षा के चार चरण है नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के माध्यम से इस नए पैटर्न में 3 साल की प्री स्कूली शिक्षा और 12 साल की स्कूली शिक्षा को शामिल जायेगा। नेशनल एजुकेशन पॉलिसी को चार चरणों में बांटा गया है जो इस प्रकार है।

स्टेज   कक्षा उद्देश्य
फाउंडेशन स्टेजकक्षा एक और दोसंख्यात्मक कौशल और शिक्षण पर ध्यान दिया जायेगा।
प्रिप्रेटरी स्टेज3 से 5बच्चो की भाषा और संख्यात्मक कौशल विकास करना अर्थात बच्चो को छेत्रिय भाषा में पढ़ाया जायेगा।
मिडिल स्टेज6 से 8कक्षा 6 से बच्चो को कोडिंग सिखाई जाएगी और इसके साथ – साथ इंटर्नशिप भी प्रदान की जाएगी।
सेकेंडरी स्टेज9 से 12पहले सभी बच्चे कॉमर्स , साइंस , आर्ट सब्जेक्ट लेते थे , लेकिन अब ऐसा नहीं है अब सभी बच्चे अपनी इच्छानुसार सब्जेक्ट ले सकते है जैसे – कॉमर्स के साथ आर्ट और साइंस के साथ कॉमर्स भी ले सकते है।
Benefits and Features of National Education Policy
  • नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के अंतर्गत मानव संसाधन मंत्रालय को अब शिक्षा मंत्रालय के नाम से भी जाना जायेगा।
  • नई शिक्षा नीति को 22 भाषाओ में उपलब्ध किया है।जिससे विद्यार्थी अपनी इच्छा के अनुसार कोई भी भाषा का ज्ञान प्राप्त कर सकते है।
  • विद्यार्थियों को पढ़ाई करने के लिए संस्कृत भाषा भी उपलब्ध की जाएगी।
  • बच्चो की पढ़ाई को सरल करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया जायेगा।
  • National Education Policy के मध्यान से सभी छात्र – छात्राओं को उनके राज्य स्तर के अनुसार 3 भाषाएँ सिखाई जाएँगी।
  • नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के कार्य को सफलतापूर्वक करने के लिए सार्थक योजना का आरभ किया गया है।
  • नई शिक्षा नीति के माध्यम से स्कूल और कॉलेज में बच्चो की पढाई – लिखाई के साथ – साथ उनके कौशल विकास पर भी ध्यान दिया जायेगा।
  • राष्ट्रिय शिक्षा नीति में पहले 10+2 का पैटर्न फॉलो किया जाता था परन्तु अब नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2020 के अंतर्गत 5+3+3+4 का पैटर्न फॉलो किया जायेगा।
  • पहले विद्यार्थियों के लिए कॉमर्स ,साइंस ,और आर्ट सब्जेक्ट होते थे ,लेकिन अब नई शिक्षा नीति के अंतर्गत विद्यार्थी अपनी इच्छा के अनुसार सब्जेक्ट चयन कर सकते है।
  • नेशनल एजुकेशन पालिसी के अंतर्गत अब विद्यार्थी आर्ट सब्जेक्ट के साथ साइंस तथा कॉमर्स सब्जेक्ट के साथ आर्ट भी पढ़ सकते है।
 राष्ट्रीय शिक्षा नीति का का कालक्रम
  • 14 फरवरी 2015 को भारत सरकार के मंत्रालय के साथ सुझाव आमंत्रित हेतु मानव संसाधन की मीटिंग हुई।
  • 21 मार्च 2015 को राज्य शिक्षा मंत्रालय और सचिवों के साथ परामर्श मीटिंग हुई।
  • 31 अक्टूबर 2015 को नेशनल एजुकेशन पॉलिसी कार्य के लिए Mr. TSR की अध्यक्षता की समिति का गठन हुआ।
  • 27 मई 2016 को श्री टीएसआर की अध्यक्षता में समिति ने अपना आवेदन मंत्रालय को सोप दिया था।
  • 10 अगस्त 2016 को राष्ट्रिय शिक्षा नीति पर राजयसभा के नियम 176 के अंतर्गत एक छोटी अवधि की चर्चा हुई थी।
  • 10 नवम्बर 2016 को संसद सदस्यों के साथ शिक्षा संवाद किया गया था।
  • 24 जून 2017 को डॉक्टर के कस्तूरीरंगन की अध्यक्षता में शिक्षा नीति के लिए समिति का गठन हुआ।
  • 31 मई 2019 को डॉक्टर के कस्तूरीरंगन की अध्यक्षता में समिति में अपना आवेदन मंत्रालय को सोप दिया।
  • 15 अगस्त 2019 को नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2019 पर सुझाव आमंत्रित किये गए थे।
  • 8 अगस्त 2019 को उच्चस्तर और तकनीकी विभाग शिक्षा सचिवों के साथ बैठक हुई।
  • 21 सितम्बर 2019 को शिक्षा नीति पर CABE की बैठक हुई।
  • 7 नवम्बर 2019 को माननीय संसाधन विकास सम्बन्धी संसदीय स्थायी समिति बैठक हुई थी।
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