हिमाचल प्रदेश सरकार स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए कई तरह की योजनाएं चलाती है ताकि लोग अच्छा जीवन यापन कर सकें और अपनी कड़ी मेहनत और सरकार की सहायता से लाभार्थी इन योजनाओं से लाभ उठा सकें और अपने परिवार का भरण–पोषण कर सकें। इसी प्रकार हिमाचल प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री मधु विकास योजना शुरू की है। इस योजना के माध्यम से ऊना जिले के बागवान घर बैठे आसानी से लाखों रुपये कमा सकते हैं। हिमाचल प्रदेश सरकार ने शहर के वाणिज्यिक उत्पादन में क्रांति लाने और बेरोजगार युवाओं को स्वरोजगार के माध्यम से अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार करने में मदद करने के लिए 10 करोड़ रुपये की मुख्यमंत्री मधु विकास योजना शुरू की है।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने राज्य के बेरोजगार और बागवानी नागरिकों की आय बढ़ाने के लिए विकास योजना शुरू की। राज्य सरकार मधुमक्खियों के प्रति बॉक्स 20 हजार रुपये की लागत पर 80% सब्सिडी सहायता प्रदान करेगी, शेष 16 हजार रुपये की प्रतिपूर्ति की जाएगी। इस योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया ऑनलाइन उपलब्ध करा दी गई है। परिणामस्वरूप, आवेदक अपने घर से ही लाभ के लिए आवेदन कर सकता है और आवेदन करने के बाद प्राप्त होने वाली वित्तीय राशि डीबीटी के माध्यम से बैंक खाते में जमा कर दी जाएगी।
Details of CM Madhu Development Scheme
योजना का नाम | Mukhyamantri Madhu Vikas Yojana |
साल | 2024 |
संबंधित विभाग | बागवानी विभाग |
उद्देश्य | बेरोजगार युवाओं को बागानों में मधुमक्खी पालन के लिए प्रेरित करना |
लाभार्थी | राज्य के बेरोजगार नागरिक |
राज्य | हिमाचल प्रदेश |
शुरू की गई | हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा |
आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन/ऑफलाइन |
मुख्यमंत्री मधु विकास योजना का उद्देश्य
इस योजना की स्थापना का प्राथमिक लक्ष्य बेरोजगार युवाओं को बगीचों में मधुमक्खी पालन के लिए प्रोत्साहित करना है। परिणामस्वरूप, युवा स्वयं के लिए व्यवसाय करके इस योजना की 80% सब्सिडी का लाभ उठा सकते हैं। यह योजना ग्रामीण क्षेत्रों में समृद्धि लाएगी, साथ ही किसान परिवारों की आय भी दोगुनी करेगी। इस योजना के तहत उत्पादित शहद को अन्य राज्यों में बेचने से अच्छी खासी धनराशि प्राप्त हो सकती है। यह इस योजना, हिमाचल प्रदेश के शहद उत्पादन और बागवानी उद्योग को बदल रही है।
लाभ एवं विशेषताएं
- हिमाचल प्रदेश में जो लोग घर पर मधुमक्खियां पालते हैं वे प्रति छत्ता 1000 रुपये कमा सकते हैं।
- हिमाचल प्रदेश में शहद का कारोबार 5 करोड़ रुपये से अधिक का है।
- राज्य सरकार की हिमाचल प्रदेश के युवाओं को अपना खुद का व्यवसाय शुरू करने के लिए प्रोत्साहित करती है।
- इस योजना से राज्य के नागरिकों को लाखों रुपये का मुनाफा होता है।
- राज्य के बेरोजगार युवाओं को अपना खुद का व्यवसाय शुरू करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है, जैसे कि बगीचों में मधुमक्खी पालन।
- इस योजना का लक्ष्य उत्पादन को दोगुना करना है।
- जिले का बागवानी विभाग मुख्यमंत्री मधु विकास योजना एचपी लागू कर रहा है।
- इस योजना को क्रियान्वित करने के लिए राज्य प्रशिक्षण शिविरों का भी आयोजन कर रहा है।
Mukhyamantri Madhu Vikas Yojana के लिए पात्रता
- इसका लाभ उठाने के लिए आवेदक को हिमाचल प्रदेश का मूल निवासी होना चाहिए।
- राज्य के बेरोजगार युवा, किसान और बागवान इस योजना के लाभ के पात्र होंगे।
- यह योजना देशी मधुमक्खी पालकों को घर से आवेदन करने की भी अनुमति देती है।
आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड
- पहचान पत्र
- बैंक खाता विवरण
- मधुमक्खी के डिब्बे रखने के स्थल की फोटो
- निवास प्रमाण पत्र
- प्रशिक्षण प्रमाण पत्र
- मोबाइल नंबर
Mukhyamantri Madhu Vikas Yojana 2024 के तहत आवेदन कैसे करें?
- ऑनलाइन आवेदन करने के लिए सबसे पहले आपको हिमाचल प्रदेश बागवानी विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
- इसके बाद आपके सामने वेबसाइट होम पेज पर आपको Schemes के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।
- इसके बाद अगले पेज पर आपको State Schemes के सेक्शन में Apply Online के ऑप्शन पर क्लिक कर आपके सामने आवेदन फॉर्म खुल जाएगा।
- अब आपका आवेदन फार्म में मांगी गई सभी आवश्यक जानकारी को ध्यानपूर्वक दर्ज कर आपको आधार कार्ड, पहचान पत्र, मधुमक्खी के डिब्बे रखने के स्थल की फोटो आदि को अपलोड करना होगा।
- आपको बागवानी विभाग द्वारा जारी किया गया प्रशिक्षण प्रमाण पत्र भी अपलोड कर Submit के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।
- इस प्रकार आपकी ऑनलाइन आवेदन करने की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
- आवेदन करने के बाद आपको अपने स्थानीय बागवानी विभाग के कार्यालय में जाकर संपर्क करना होगा।
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